Monday 2 December 2013

ऐ ! मेरी पहली मोहब्बत ! है तुझे आख़री सलाम !!


मेरी पहली मोहब्बत…..!!!

! मेरी पहली मोहब्बत !
है तुझे आख़री सलाम  !!

किया है जो गुनाह
प्यार करके हमने !
भुला सका जो उसे

तो तुझे आखरी सलाम !!

साँसो से भी गहरे
हैं रिश्ते अपने  !
मिटा सका जो इन्हें

तो तुझे आखरी सलाम !!

आँखों में तैरे थे
जो हसीं सपने !
उड़ा सका गर उन्हें

तो तुझे आखरी सलाम !!

किया था इक क़रार
जो कभी हमने !
निभा सका वफ़ा

तो तुझे आखरी सलाम !!

चले थे चन्द क़दम
जो साथ " तन्हा "
लौटा सका गर उन्हें

तो तुझे आखरी सलाम !!

! मेरी पहली मोहब्बत ! है तुझे आख़री सलाम  !!

                                                          - " तन्हा " चारू !!
                                                              22-02-1995 

सर्वाधिकार सुरक्षित © अम्बुज कुमार खरे  " तन्हा " चारू !!

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