मैं "तन्हा"हो
गया …….. !!
कह न सके
ज़ज्बात तो
मैं तन्हा
हो गया
!
दे न सके
तुम साथ
तो मैं
"तन्हा"हो गया
!!
गिनता रहा यूँ
ही मैं
क़दमों की
आहट
!
आया न कोई
पास तो
मैं "तन्हा" हो गया !!
तेरे लबों पे
देर तक
इक कंम्पन
सा रहा
!
कह न सके
तुम बात
तो मैं
"तन्हा"हो गया
!!
मेरी हथेलियों पर
तेरा "वो" नाम लिख देना
!
अश्कों से भीगा
हाथ तो
मैं " तन्हा "हो गया !!
तेरा अपने हाथो में
मेरा वो
हाथ ले
लेना
!
छोड़ा जो तूने
हाथ तो
मैं " तन्हा " हो गया !!
-
" तन्हा " चारू !!
सर्वाधिकार सुरक्षित © अम्बुज
कुमार खरे " तन्हा
" चारू !!
No comments:
Post a Comment