Sunday 10 November 2013

मेरी प्यारी भोली नानी ....!!

मेरी प्यारी भोली नानी !
सुन्दर और सलोनी नानी !!
तेरे "तन्हा "चारू ने है !
भेजी यादों की कहानी !!
              मेरी प्यारी भोली नानी ....!!

द्रश्य ,परिद्रश्य ,हवा ,सुगन्ध !
फ़ूल ,पौधे ,अंबर ,चाँद !!
पत्रवाहक है सब मेरे !
सुनो इनकी भी ज़ुबानी !!
             मेरी प्यारी भोली नानी ....!!

मन्द -मन्द है मुस्कान फैली !
संग सबके संगी - सहेली !!
कितनी परिष्कृत कितनी कोमल !
अद्वतीय है ये रात सुहानी !!
             मेरी प्यारी भोली नानी ....!!


तन के वस्त्र बदल रहे है !
नित्य इक दर्पण के आगे !!
क्या दर्पण भी कह सकेगा !
कभी किसी की बीती कहानी !!
              मेरी प्यारी भोली नानी ....!!


मेरे मन की अभिलाषा को !
निस्पंदित है किसने किया !!
मर्म ह्रदय का कैसे कहूँ मैं !
तुमने भी ये व्यथा न जानी !!
               मेरी प्यारी भोली नानी ....!!


तुमने भी तो देखे होंगे !
चढ़ते दरिया -सैलाब वहाँ !!
क्या करते है वो भी ऐसे !
विस्मित अश्रु सी नादानी !!
               मेरी प्यारी भोली नानी ....!!


ईश्वर से इक करना विनती !
क्यों है उलझा इन्सान तेरा !!
क्या तुमको कुछ दे पायेगा !
ये कपटी -मूरख अज्ञानी !!
               मेरी प्यारी भोली नानी ....!!


इक ये बात भी पूछ लेना !
उस महंत ,मुल्ला ,ज्ञानी से !!
कि कैसे करते है अलग !
भीगे चंदन में से पानी !!
               मेरी प्यारी भोली नानी ....!!


कुछ दिन की हैं यादें अपनी !
और कुछ पल की कहानी हूँ !!
अन्त है होता सबका ऐसे !
जैसे रेत में उभरी निशानी !!
               मेरी प्यारी भोली नानी ....!!


तुमने भेजा "तन्हा " मुझको !
इन्साँ की किस बस्ती में !!
यादों के ताने -बाने को भी !
भंग है करती दुनियॉं सायानी !!
              मेरी प्यारी भोली नानी ....!!
                                      - "तन्हा" चारू !! 


सर्वाधिकार सुरक्षित © अम्बुज कुमार खरे  " तन्हा " चारू !! 

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